Saturday 15 December 2012

सांवरा हमारा

  • मैं  तेरा चेहरा तू दर्पण हमारा 

  • चाँद से भी प्यारा है सांवरा हमारा

  •  बसा है तू आँखों में काजल की तरह

  • चाहूं तुझे मैं किसी पागल की तरह

  • तुम्ही पर मिटा है दिल ये हमारा

  •  चाँद से भी प्यारा है सांवरा हमारा

  • दिल की हो बस्ती या ख्वाबों की दुनिया 

  • सुख के हों मधुबन या अँधेरी गलियाँ

  • तुम्ही से है रोशन मेरा हर नज़ारा

  •  चाँद से प्यारा है सांवरा हमारा 

  • तुम्ही मेरे गीतों में तुम ही ग़ज़ल में,

  • पहर बन के शामिल हो हर एक पल में

  • मैं हूँ ख़ोई कश्ती तू मेरा किनारा

  • चाँद से भी प्यारा है सांवरा हमारा 

  • बिना तेरे मेरी भटकती है दुनिया

  • आखों में कांच सी खटकती है दुनिया

  • मिल जा किसी रोज़ बन के सहारा

  • चाँद से भी प्यारा है सांवरा हमारा

  • किसी भी डगर या किसी छोर पर 

  • जो मिल जाए मुझको किसी मोड़ पर 

  • लुटा दूं मैं तुझ पर ये संसार सारा 

  • चाँद से भी प्यारा है सांवरा हमारा


Thursday 8 November 2012

:तुम्हारे लिए" ......


 मेरी कविता                                                                  
 जो थी अधूरी 
,बिखरी -बिखरी सी 
,मिली उसे सम्पूर्णता
एक तुम्हारे आ जाने से ,
ऐसे 
जैसे -बिन मौसम के
 मधुबन में बहार हो  
कोई 
मरू -पृष्ठ पर  सावन 
की फुहार हो कोई

  
  बिना तुम्हारे
 मेरा जीवन 
जैसे भटकता हो
 वन में हिरन,

जैसे अँधेरे में
 लिपटी किरण
बिन साजन- सजनी
 का कंगन
निः शब्द -निष्प्राण
 हो तन-मन 



ठहरती हैं तुम्ही प
र नज़र .
.अपलक,,,,

जैसे देखे राधा को
 राधा का श्याम ,

जैसे चंदा को देखे
 चकोर ,,,,,,,,
अविराम............




                                                          [  वर्षा शुक्ला ]