Monday, 25 March 2013

दिल हुआ कमबख्त मेरा मानता नहीं,

भूलूँ तुझे तो रो पड़ता है ये,

हाथ जोडती हूँ मै,तो गिर पड़ता है पैरों पे ,

डांटती हूँ मै तो अकड़ता है ये 

रहता तो है मुझमे,कहने को है मेरा,

पर ............तेरी तरफ से मुझसे झगड़ता है ये,,,,,,,, 

Tuesday, 12 March 2013

तू आएगा ज़रूर.......

वो गलियाँ जहां से तूने थमा था मेरा हाथ,
वो मोड़ , जहां से तूने छोड़ा था मेरा साथ,
अभी तक वहां से मैं आई नहीं हूँ ,
जब से रूठा है तू ,मुस्कुराई नहीं हूँ,



तकती हैं सूनी आँखे ये टेढ़े-मेंढे रास्ते,
 तेरे आने ख़ुशी में रोने के वास्ते ,
दर्द का एक आंसू बहाई  नहीं हूँ ,
जब से रूठा है तू ,मुस्कुराई  नही हूँ,



कहता है मुझसे मेरी  मुहब्बत का सुरूर ,
जो मेरा है तो फिर तू आएगा ज़रूर ,
एक पल भी तुझे भूल पाई  नहीं हूँ ,
जब से रूठा है तू ,मुस्कुराई  नहीं हूँ,,,,,,,